Sad shayeri
न वो सपना देखो जो टूट जाये,
न वो हाथ थामो जो छूट जाये,
मत आने दो किसी को करीब इतना,
कि उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये।
Ajad singh..
जिसमे याद ना आए वो तन्हाई किस काम की
,बिगड़े रिश्ते ना बने तो खुदाई किस काम की
,बेशक इंसान को ऊंचाई तक जाना है
,पर जहाँ से अपने ना दिखें वो उँचाई किस काम की।
Ajad singh..
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